कई ख़ूबसूरत लोगों के लिये अक्सर दुआ करता हूँ
इन्हें इसका आधा ही ख़ूबसूरत इंसान बनाया होता
ऐ ख़ुदा इन सभी को तूने सुन्दर सूरत के साथ साथ
इंसानी सीरत और तमीज़ का इल्म भी दिया होता
उस पर भी मुझसे क्या दुश्मनी थी आख़िर तेरी
कम से कम मेरा दोस्त रिश्तेदार न बनाया होता
इन्हें इसका आधा ही ख़ूबसूरत इंसान बनाया होता
ऐ ख़ुदा इन सभी को तूने सुन्दर सूरत के साथ साथ
इंसानी सीरत और तमीज़ का इल्म भी दिया होता
उस पर भी मुझसे क्या दुश्मनी थी आख़िर तेरी
कम से कम मेरा दोस्त रिश्तेदार न बनाया होता
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