मंगलवार, 16 मार्च 2010

गुढी पड़वा

यूँ तो वसंत ऋतू का आगमन है
चैत्री नवरात्री का आरंभ है
कहने को सृष्टी का जन्मदिन है
किसी को युद्ध मैं जीत का हर्ष है
इसी लिए कहीं कहीं आज नया वर्ष है

नए कार्य शुरू करने का ये एक और
साड़े तीन दिन का शुभ मुहूर्त है
गुढी पड़वा, उगादी और चेट्टी चाँद की
आप सभी के लिए मंगल कामना है

सोमवार, 1 मार्च 2010

होली

विष्णु ने हिरनकश्यप से प्रहलाद को बचाया
या कामदेव ने शिव को तपस्या से जगाया

या कृष्ण ने राधा को अपने रंग में रंग डाला
मान्यता कोई भी हो, इसी बहाने होली का त्यौहार आया

गुलाल, रंग, गुझिया, भंग और बाजे गाजे के संग
मस्ती, छेड़ छाड़ और दिलों के मेल कराने फगवा आया

धुलेंडी

धुलेंडी से लेकर पंचमी तक होगा कोलाहाल
लाल गुलाबी नीले पीले बरसेंगे रंग और गुलाल

मन के मैल धुल जायें, गिले शिकवे भी मिट जायें
चलो मनाएं फगवा कुछ इस तरह अब के साल