हर मोड़ पर यूँ तो हज़ारों लोग मिल जाते हैं
फ़िर क्यूँ बस थोड़े से ही लोग याद रह जाते हैं
ज़रूर रिश्ता होगा पिछले किसी जनम का
इतनी भीड़ में भी वो साथ नज़र आते हैं
वक्त के फासले हों या दूरियां ज़मीन की
एक रोज़ फ़िर से वो करीब ही मिल जाते हैं
खू़न से गाड़ा है जाम का रिश्ता "राजीव"
लडखडाते हौसलों को वो सहारा दे जाते हैं
Absolutely true.....aur apki soch is lajawab.
जवाब देंहटाएंWah....Avik
The best mirror is an old friend.. here is one to the Best Mirror
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